हौज़ा न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट अनुसार, शुरू से लेकर आज तक अज़ीम शिया मराजेय , फ़क़ीहों और मुजतहिदीन का अक़ीदा जो हमारी पाये की किताबों में महफूज़ है वो यही है कि हर मुसलमान का क़ुरआन एक है और हम बार बार ये एलान कर चुके हैं कि हम उसी दो दफ़्तियों वाले क़ुरआन पर जो मुसलमानों के हाथों में मौजूद है ईमान रखते हैं और किसी भी तरह का शक नहीं करते । हम इसी क़ुरआन को अल्लाह का कलाम , रसूल का एजाज़ , इस्लाम की सच्चाई का निशान और सभी मुसलमानों के लिये वाजिबुल अमल समझते हैं
हर मुसलमान का जो क़ुरआन है वही हमारा भी क़ुरआन है और इसमें न तो एक आयत की कमी हुई है और न ही एक आयत की ज़्यादती । जिस शक्ल में पैग़म्बर पर नाज़िल हुआ बिल्कुल उसी शक्ल में आज तक मौजूद है । शेख़ सदूक़ रह , शेख़ तूसी रह , सब का यही नज़रिया और अक़ीदा है
हवाले : (1) रिसालये एतेक़ादिया , पेज न 93 , प्रिंटेड क़ुम , ईरान
(2) अल बयान फ़ी तफसीरुल क़ुरआन , आयतुल्लाह खुई रह , पेज न 197.
(3) तफ़सीर ए नमूना , जिल्द 11 , पेज 45 .
दुनिया भर के हर शिया का ईमान और अक़ीदा यही है कि मौजूदा क़ुरआन हर तरह की तहरीफ़ , तब्दीली और change से पाक है । अल्लाह ने इसकी हिफाज़त की ज़िम्मेदारी ली है और न एक आयत verse की कमी हुई है न एक आयत verse का इज़ाफ़ा
इससे हट कर जो बात करे वो शिया अक़ाएद और नज़रियात से बिल्कुल जाहिल होगा या अपने को बचाने की एक और घटिया चाल चल रहा होगा । क़ुरआन की कुछ आयतों को out of context पेश करके ग़लतफ़हमी पैदा करने की कोशिश हर ज़माने में की गई पर अफसोस ये है कि अपने नाम के साथ रिज़्वी लगाने वाला एक शख्स ये कोशिश कर रहा है । बहरहाल , हर इंसान अपनी आख़िरत और न ख़त्म होने वाली ज़िंदगी को चाहे आबाद करे चाहे बर्बाद कोई दूसरा क्या कर सकता है ...... वस्सलाम : डाक्टर कल्बे सिब्तैन नूरी , वहदत पब्लिकेशन्स , जौहरी मोहल्ला लखनऊ 11 मार्च 2021 , शबे मेराज की तमाम हक़ीक़ी अहले ईमान को मुबारकबाद
![क़ुरआने मजीद के बारे में शिया मराजेय , ओलमा और फुक़ाहा का अक़ीदा क़ुरआने मजीद के बारे में शिया मराजेय , ओलमा और फुक़ाहा का अक़ीदा](https://media.hawzahnews.com/d/2021/03/11/4/1116481.jpg)
हौज़ा / दुनिया भर के हर शिया का ईमान और अक़ीदा यही है कि मौजूदा क़ुरआन हर तरह की तहरीफ़ , तब्दीली और change से पाक है ।
-
आयतुल्लाह सिस्तानी के बयानात ने अरब नेताओं को आईना दिखाया, फिलिस्तीनी लेखक
हौज़ा / फिलिस्तीनी लेखक अब्दुल्लाह सलामी ने कहा कि नजफ अशरफ में शिया प्राधिकरण द्वारा जारी बयान ने इस्लामी एकता की विचारधारा का एक चमकदार चेहरा प्रस्तुत…
-
:पाकिस्तान के शिया मदरसों के संघ के अध्यक्ष
मुस्लिम देशों के बीच नाइत्तेफाक़ी का सबब इस्लामी शिक्षाओं से दूरी है, अयातुल्ला हाफ़िज़ रियाज़ नजफ़ी
हौज़ा / हाफ़िज़ रियाज़ नजफ़ी ने अपने शुक्रवार के उपदेश में कहा कि कुरान की शिक्षाओं में अल्लाह की एकता पर कई छंद हैं जो यह साबित करते हैं कि पैगंबर और…
-
वसीम के हामी भी लानत के हक़दार है
हौज़ा / वसीम रूशदी पलीद व खबीसुन्नफ्स इन्सान ने अपनी तमाम खुराफात से साबित तो कर ही दिया है कि वो अहले बैत अस० का खुला हुआ दुश्मन है।आतीत से लेकर वर्तमान तक…
-
इमामे जुमा लखनऊः
अगर बड़े इमामबाड़ा मे मजलिस को प्रतिबंधित किया जाता है, तो पर्यटकों को भी आने की अनुमति नहीं दी जाएगी: मौलाना कलबे जवाद नक़वी
इमामे जुमा लखनऊ ने कहा, "मुहर्रम में जब हमने बड़े इमामबाड़े मे मजलिसे आयोजित करने की घोषणा की थी, तो उसी समय प्रशासन ने कहा था कि हम अभी भी जांच कर रहे…
-
:दिन की हदीस
मिस्वाक करने के 12 फायदे
हौज़ा / रसूल अल्लाह (स.ल.व.व)ने एक रिवायत में मिस्वाक करने के 12 फवायेद की ओर इशारा किया हैं।
-
अहलेबैत (अ.स.) फाउंडेशन हिन्दुस्तान के उपाध्यक्षः
समाज में इस्लामी शिक्षाओं को बढ़ावा देने से ही आत्महत्या को कम किया जा सकता है: मौलाना तक़ी अब्बास रिज़वी
हौज़ा / सामाजिक बुराइयों की रोकथाम के लिए सरकार के साथ-साथ माता-पिता और धर्मगुरुओं की ज़िम्मेदारी है कि दहेज की माँग को रोकने और घरेलू हिंसा जैसी सामाजिक…
-
कुद्स मुसलमानों जीवनदायिनी है, इसे छोड़ देना अपने अस्तित्व को समाप्त करने के समान है
हौज़ा / मजलिस उलेमा-ए-हिंद की शाखा कुम के अध्यक्ष ने कहा कि जिस तरह आज काबा हमारी पहचान है, उसी तरह पहला किबला भी हमारी पहचान है। आने वाले जुमा को सभी…
-
:अल कुरान इंस्टीट्यूट के प्रभारी
हमारा लक्ष्य पूरी मानवता तक कुरान का संदेश पहुंचाना हैः अल कुरान इंस्टीट्यूट
हौज़ा / उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अल कुरान इंस्टीट्यूट के प्रभारी मुहम्मद क़मर आलम नदवी ने कहा, " अल कुरान इंस्टीट्यूट 2003 में स्थापित किया गया…
-
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की मोहब्बत इंसान के नफ्स को पाक करती हैं।मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी
हौज़ा/हर साल की तरह इस साल भी इमाम बारगाह ए मेंहदी अमीनाबाद लखनऊ में अशरा ए मजालिस का सिलसिला शुरू है जिसको मौलाना सैय्यद राहिब हसन ज़ैदी खिताब फरमा रहे…
-
जाफ़री ऑब्जर्वर मुंबई के संपादकः
हज़रत अबू तालिब (अ.स) को मोहसिन इस्लाम और मोहसिन पैंगम्बर (स.ल.व.व) के रूप में याद किया जायें। मौलाना सैय्यद मुहम्मद ज़की हसन
हौज़ा / जाफ़री ऑब्जर्वर मुंबई के संपादक ने कहा कि दुश्मनों ने अपने पूर्वजो के इस्लाम स्वीकार न करने की तारीखी हकीकत को छुपाने के लिए कुल्ले ईमान हज़रत…
आपकी टिप्पणी